बिहार की सियासत में मचा है भूचाल! प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बिहार दौरे ने मानो राजनीति की शतरंज की बिसात ही पलट दी है! जहां NDA में दिख रहा है जोश का तूफान… वहीं प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी अब अपनी राजनीतिक नाव डुबकी खाती नजर आ रही है! कहते हैं जब मोदी मैदान में आते हैं, तो समीकरण नहीं… इतिहास लिखा जाता है!
समस्तीपुर से लेकर बेगूसराय तक — हर जगह फिर एक बार NDA सरकार के नारे गूंज उठे! पीएम मोदी ने बिहार की धरती से चुनावी बिगुल फूंकते हुए कहा लोकतंत्र का महापर्व शुरू हो चुका है, बिहार अब जंगलराज वालों को दूर रखेगा! भीड़ में जयघोष, चेहरों पर उम्मीद — और भाषण में वो जोश, जिसने बिहार की सियासत की रफ्तार बढ़ा दी है।
कर्पूरी ग्राम से श्रद्धांजलि देकर मोदी ने शुरू की जन विश्वास यात्रा, और जनता से सीधा वादा — हमने गरीबों को सम्मान, समाज को समानता और युवाओं को अवसर दिया है। लेकिन साथ ही विपक्ष पर भी करारा वार! कहा — जो लोग घोटालों में जमानत पर हैं, वे अब जननायक की उपाधि तक की चोरी कर रहे हैं! तालियों की गड़गड़ाहट… और सियासत के गलियारों में सन्नाटा!
अब बड़ा सवाल — क्या प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी का खेल वाकई खत्म? PK की टीम ने स्थानीय चेहरों और जातीय समीकरणों पर दांव लगाया, लेकिन मोदी के मैदान में उतरते ही हवा का रुख बदल गया! जहां जन सुराज उम्मीदें बो रही थी, वहां अब NDA का तूफान चल पड़ा है। विशेषज्ञों का कहना है — अगर जन सुराज को 5% वोट भी मिलता है, तो कई सीटों का खेल बदल सकता है | पर अब मोदी फैक्टर ने वो वोट बैंक भी महागठबंधन की ओर खिसका दिया है!
और अब बिहार में चल रही है एक ही चर्चा — पीके की रणनीति पर लगा विराम, NDA में लौटा विश्वास! लोग कह रहे हैं — अब नहीं चलेगा चिराग मॉडल, चलेगा मोदी मॉडल! क्योंकि बिहार की सियासत में आज एक ही नारा गूंज रहा है — फिर एक बार NDA सरकार, फिर एक बार सुशासन सरकार!
कैमरा ज़ूम आउट… बैकग्राउंड में भीड़ की गूंज… और एंकर की आवाज़ गूंजती है बिहार में अब फैसला जनता का — लेकिन जोश… सिर्फ NDA के पाले में है!



