दोस्तों, सोचिए! जोमैटो की कमाई तीन गुना बढ़ी, फिर भी मुनाफा 63% घट गया! क्या हो रहा है इस फूड-टेक यूनिकॉर्न के साथ?
जी हां! फूड डिलीवरी की दिग्गज कंपनी जोमैटो ने वित्त वर्ष 2025-26 की दूसरी तिमाही में 13,590 करोड़ रुपए का रेवेन्यू किया, जो पिछले साल के मुकाबले लगभग तीन गुना ज्यादा है।
लेकिन… चौंकाने वाली बात ये है कि इसका कंसॉलिडेटेड मुनाफा सिर्फ 65 करोड़ रुपए रहा, जो 63% कम है पिछले साल के 176 करोड़ रुपए के मुकाबले।
तो सवाल उठता है – अगर कमाई इतनी बढ़ गई, तो मुनाफा क्यों गिरा?
शायद आप सोच रहे होंगे कि कंपनी की रणनीति में क्या हुआ? या फिर खर्चों ने सब निगल लिया? असल में, जोमैटो की रिपोर्ट में बताया गया है कि ब्लिंकिट समेत 21 सब्सिडियरी और 1 ट्रस्ट शामिल हैं, और इन सभी के खर्च मिलाकर ही कंसॉलिडेटेड मुनाफा तैयार होता है।
और शेयर मार्केट का रिएक्शन भी दिलचस्प रहा! आज जोमैटो का शेयर 4% गिरकर 340.50 रुपए पर बंद हुआ। दिन के कारोबार में ये 368 तक भी गया था।
दोस्तों, याद दिला दें, दीपिंदर गोयल और पंकज चड्ढा ने 2008 में फूडीबे के साथ शुरुआत की थी। बस दो साल में नाम बदलकर जोमैटो कर दिया गया। आज यह देश का पहला फूड-टेक यूनिकॉर्न है और विदेशों में भी अपनी पकड़ बना चुका है।
तो दोस्तों, कमाई तीन गुना, मुनाफा आधा… ये है जोमैटो की कहानी – बढ़ती कमाई, घटता मुनाफा! शेयर बाजार और निवेशक, दोनों ही हैं चौकन्ने!



