फेस्टिव सीजन में नई कार लेने वाले ध्यान दें! क्या आप जानते हैं कि डीलर आपको डिफेक्टेड कार थमा सकता है? हां, सही सुना आपने!
GST की नई दरें 22 सितंबर से लागू हो चुकी हैं और दिवाली डिस्काउंट के साथ कार की कीमतें 4 साल पहले के स्तर पर पहुँच गई हैं। ऐसे में हर कोई नई कार खरीदने के लिए तैयार है।
लेकिन क्या आप जानते हैं, डिलीवरी से पहले अगर आप PDI यानी प्री डिलीवरी इंस्पेक्शन नहीं करेंगे, तो आपके हाथ में समस्या वाली कार आ सकती है!
सबसे पहले बनाएं चेकलिस्ट – इंजन, टायर, इंटीरियर, फीचर्स… कोई भी पॉइंट मिस न हो! फिर एक्सटीरियर चेक करें – स्क्रेच, डेंट या री-पेंटिंग छुपी तो नहीं है, बॉडी, बंपर, टायर और स्टेपनी हर चीज देखें। इसके बाद इंटीरियर – सीट, डैशबोर्ड, मिरर और स्विच ठीक से काम कर रहे हैं या नहीं, AC ऑन करके टेस्ट करें। इंजन और फ्यूल चेक करें – इंजन स्टार्ट करें, ऑयल, कूलेंट, ब्रेक फ्लूइड देखें, ओडोमीटर 30-50 किमी से ज्यादा तो नहीं! सभी डॉक्यूमेंट्स – रजिस्ट्रेशन, इंश्योरेंस, मैनुअल और VIN नंबर को अच्छे से चेक करें। अब टेस्ट ड्राइव लें – स्टीयरिंग, ब्रेक, सस्पेंशन, इंजन नॉइज़ और वाइब्रेशन नोट करें। और सबसे जरूरी, पूरी इंस्पेक्शन का वीडियो रिकॉर्ड कर लें, ताकि भविष्य में कोई झंझट न हो।
याद रखें, PDI से ही आप खराब या डैमेज कार लेने से बच सकते हैं। अगर डीलर PDI रोकता है, समझ जाइए कुछ छुपा रहा है! कार खरीदने से पहले बजट तय करें, टेस्ट ड्राइव लें और लोन के लिए सबसे कम ब्याज दर वाला बैंक चुनें। प्री डिलीवरी इंस्पेक्शन – ये छोटा कदम, बड़ी सुरक्षा



