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रूस-भारत तेल विवाद पर सच्चाई सामने, ट्रंप बोले एक बात, मंत्रालय ने खोली पूरी पोल

दोस्तों! रूस से तेल खरीदना बंद कर देगा भारत? ट्रंप के दावे के बाद मचा जबरदस्त हड़कंप और अब भारत सरकार ने जो कहा, उसने सबको कर दिया है साइलेंट! नई दिल्ली से आई है एक बड़ी और तगड़ी खबर! अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के दावे ने भारत की एनर्जी पॉलिसी को लेकर मचा दी हलचल। ट्रंप ने कहा की मोदी ने वादा किया है कि भारत अब रूस से तेल नहीं खरीदेगा! लेकिन, क्या सच में ऐसा है? क्या भारत ने रूस से कच्चे तेल की खरीद पर ब्रेक लगा दिया है? या फिर ये सिर्फ एक राजनैतिक बयानबाज़ी है? अब इस पर खुद भारत के विदेश मंत्रालय ने दिया है सबसे क्लियर जवाब!

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रंधीर जायसवाल ने कहा है कि भारत की ऊर्जा आयात नीति किसी देश के दबाव में नहीं, बल्कि देश के उपभोक्ताओं के हितों में बनाई जाती है। हमारा मकसद है स्थिर ऊर्जा कीमतें बनाए रखना और तेल की सप्लाई को सुरक्षित रखना! यानी भारत की नीति भारत फर्स्ट है | चाहे ट्रंप खुश हों या न हों! उन्होंने साफ कहा कि भारत एक बड़ा तेल और गैस आयातक देश है और ऐसे समय में जब वैश्विक ऊर्जा बाजार में अस्थिरता है, तो भारत अपने लोगों के हितों की रक्षा के लिए हर वो कदम उठाएगा जो ज़रूरी होगा।

अब सवाल यही है की क्या भारत अब रूस से तेल खरीदना बंद करेगा? या फिर ट्रंप का दावा सिर्फ एक पॉलिटिकल प्ले है? जायसवाल ने बिना किसी देश का नाम लिए कहा कि भारत अपने एनर्जी सोर्सेज को डाइवर्सिफाई कर रहा है, मतलब हर देश से खरीद, जो भारत के लिए फायदेमंद हो! वहीं, उन्होंने ये भी बताया कि अमेरिका के साथ एनर्जी सहयोग बढ़ाने पर बातचीत जारी है! पिछले एक दशक में भारत ने अमेरिका से तेल खरीद कई गुना बढ़ाई है, और वॉशिंगटन भी इस साझेदारी को आगे बढ़ाने में दिलचस्पी दिखा रहा है!

तो साफ है दोस्तों भारत की तेल नीति अब किसी देश की नहीं, बल्कि अपने देश की जनता के हितों की कहानी है! चाहे वॉशिंगटन हो या मॉस्को | भारत अब अपनी शर्तों पर खेलेगा ये एनर्जी गेम! तो बताइए आपको क्या लगता है भारत ट्रंप के दबाव में आएगा, या फिर दिखाएगा स्वदेशी दम? कमेंट में ज़रूर बताएं और जुड़ें हमारे साथ ऐसी ही बड़ी, तेज़ और असरदार ख़बरों के लिए!

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