देश की राजनीति में आज बड़ी हलचल! दो दिन से थमे हुए संसद के पहिए—आख़िरकार चलने वाले हैं तेज़ रफ्तार में! लोकसभा में दो दिनों से चल रहे हंगामे और टकराव के बीच अब एक बड़ी खबर आई है! चुनाव सुधार यानी SIR पर 9 दिसंबर को दस घंटे की जबरदस्त बहस होने जा रही है। जी हाँ, जिसे लेकर विपक्ष लगातार ‘फौरन चर्चा’ की माँग कर रहा था—अब वो मांग आखिर मान ली गई है। मंगलवार को स्पीकर ओम बिरला से विपक्ष की अहम बैठक हुई और यहीं पर तय हुआ—अब फैसला जोरदार बहस से ही होगा!
लेकिन कहानी यहीं खत्म नहीं होती! बहस से एक दिन पहले 8 दिसंबर को वंदे मातरम् पर 10 घंटे की खास चर्चा होगी। ये चर्चा बेहद महत्त्वपूर्ण मानी जा रही है क्योंकि वंदे मातरम् के 150 साल पूरे होने पर सरकार इस मुद्दे को पूरे सम्मान के साथ संसद में उठा रही है। सबसे खास बात—इस बहस की शुरुआत खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे!
उधर विपक्ष SIR पर अड़ा हुआ था। खड़गे ने राज्यसभा में कहा—“SIR की प्रोसेस के दौरान 12-13 लोगों की जान जा चुकी है, ये अर्जेंट मैटर है”—और इसी मुद्दे पर दो दिनों तक सदन की कार्यवाही रुकती रही, नारेबाजी होती रही, ‘वोट चोर-गद्दी छोड़’ तक के नारे संसद में गूंजे! स्थिति इतनी गरमाई कि स्पीकर को दोनों पक्षों को कमरे में बुलाकर मीटिंग करनी पड़ी।
संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने भी नेताओं से मुलाकात की लेकिन साफ कहा—“सरकार पर शर्तें नहीं थोपी जा सकतीं।” फिर भी आखिरकार दिल्ली की सर्द हवाओं के बीच राजनीति में गरमी कम हुई और सहमति बनी कि—सदन अब बिना हंगामे के चलेगा।
मगर… मंगलवार का दिन फिर हंगामे से भर गया! SIR पर तुरंत बहस की मांग को लेकर नारेबाजी बढ़ती गई और सदन को दिन भर के लिए स्थगित करना पड़ा। अब सबकी निगाहें 8 और 9 दिसंबर पर टिकी हैं— जहाँ “वंदे मातरम्” की गरिमा भी गूंजेगी… और SIR के सच की परतें भी खुलेंगी! देश देखेगा… संसद सुनेगी… और राजनीति में दो दिनों का तूफ़ान तय करेगा अगला रास्ता!



