दोस्तों… भारतीय क्रिकेट में तूफ़ान खड़ा हो गया है! मोहम्मद शमी को लेकर सौरव गांगुली और चीफ सिलेक्टर अजीत अगरकर के बीच खुली जंग छिड़ चुकी है। एक तरफ कहा जा रहा है कि शमी फिट नहीं हैं, और दूसरी तरफ कहा जा रहा है कि शमी 100% तैयार हैं और तुरंत टीम में शामिल होने चाहिए! आखिर सच क्या है? कौन झूठ बोल रहा है? और ये लड़ाई इस कदर क्यों भड़क गई?
सबसे पहले बात करते हैं शमी की फिटनेस की। अजीत अगरकर ने साफ कहा था कि शमी इंजर्ड हैं, इसलिए उन्हें टीम में जगह नहीं दी गई। यहीं से पूरा विवाद शुरू हुआ। लेकिन मोहम्मद शमी चुप नहीं रहे! उन्होंने रणजी ट्रॉफी में 93 ओवर फेंक कर जवाब दिया। सीधे शब्दों में कहा “अगर मैं फिट नहीं हूं… तो ये विकेट कौन ले रहा है? हवा?” ये बयान आग में तेल डालने जैसा था।
अब एंट्री होती है दादा की। यानी सौरव गांगुली की। कोलकाता में एक इवेंट के दौरान दादा ने कहा… “शमी पूरी तरह फिट हैं। कोई दिक्कत नहीं है।” बस…! यही वो वाक्य था जिसने पूरे BCCI गलियारे में हलचल मचा दी। एक तरफ अगरकर का बयान दूसरी तरफ शमी का सवाल और अब गांगुली की सीधी सपोर्ट! करीब-करीब सीधी टक्कर तैयार हो चुकी है।
अब ये झगड़ा सिर्फ फिटनेस का नहीं रहा। ये बात सेलेक्शन पावर, मैनेजमेंट का प्रभाव, और खिलाड़ियों की इज़्ज़त तक पहुँच चुकी है। कहानी यहीं खत्म नहीं होती. कुछ रिपोर्ट्स तो ये तक कह रही हैं कि बीसीसीआई के अंदर से किसी अधिकारी ने बताया था कि शमी ने खुद खेलने से मना किया था! यानी मामला सीधे राजनीति की तरफ मुड़ रहा है।
शमी ने भारत के लिए आखिरी मैच मार्च 2025 में चैंपियंस ट्रॉफी में खेला था। विश्व कप 2023 के बाद वह चोटिल थे, सर्जरी हुई, लंबा रिहैब हुआ। लेकिन अब फिर से वह तेज, धारदार और भूखे दिख रहे हैं।
और अब बड़ा सवाल क्या शमी की वापसी रोकी जा रही है? या वास्तव में टीम मैनेजमेंट के पास कोई गहरी रणनीति है? सच जो भी हो मगर भारतीय क्रिकेट में खेमा-वाद, ताकत की लड़ाई और दिग्गजों की टक्कर अभी बस शुरू हुई है। ये कहानी खत्म नहीं, आगे और भड़केगी लगे रहिए… क्योंकि आने वाला एपिसोड और भी धुआंधार होगा।



