क्लोज टच में रहेंगे दुनिया के दो सबसे ताकतवर नेता, लेकिन गाजा और ट्रेड पर क्या हुआ असली खुलासा? जी हाँ, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को फोन लगाकर एक महत्वपूर्ण संदेश साझा किया है। बातचीत का मुख्य विषय था गाजा शांति योजना और भारत-अमेरिका ट्रेड नेगोशिएशन की प्रगति। मोदी ने ट्रंप को गाजा शांति योजना की सफलता पर बधाई दी और दोनों नेताओं ने आने वाले हफ्तों में करीबी संपर्क बनाए रखने का संकल्प लिया।
लेकिन, क्या आप जानते हैं कि इस बातचीत में सिर्फ ट्रेड ही नहीं, बल्कि मानवीय राहत और बंधकों की रिहाई पर भी चर्चा हुई? मोदी ने इजरायली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू को भी फोन करके इस ऐतिहासिक प्रगति का स्वागत किया। उन्होंने कहा, आतंकवाद किसी भी रूप में स्वीकार्य नहीं है, और गाजा में राहत बढ़ाने की दिशा में ऐतिहासिक कदम उठाए जा रहे हैं।
ट्रंप के पीस प्लान के पहले चरण पर हमास और इजरायल ने सहमति दी है। इस योजना के तहत बंधकों को रिहा किया जाएगा और इजरायल सेना सीमित क्षेत्रों में पीछे हटेगी। सोचिए, एक तरफ युद्ध और संघर्ष की छवि, और दूसरी तरफ मोदी, ट्रंप और नेतन्याहू की बातचीत से बन रही शांति की नई तस्वीर। यही वह पल है जब कूटनीति और मानवीय संवेदनाएं मिलकर इतिहास रच रही हैं।
इस फोन कॉल ने न केवल भारत-अमेरिका साझेदारी को मजबूत किया, बल्कि गाजा के लोगों के लिए भी उम्मीद की नई किरण जगाई। तो क्या ये कदम स्थायी शांति की दिशा में पहला बड़ा कदम साबित होगा? दुनिया की नजरें अब इस ऐतिहासिक बातचीत पर हैं।



