अब खेती होगी टेक्नोलॉजी से, कम पानी-ज्यादा उपज, ड्रिप और स्प्रिंकलर सिस्टम पर सरकार दे रही है 90% तक सब्सिडी
दोस्तों! अगर आप किसान हैं तो ध्यान दीजिए, अब खेतों में सोना उगाने का मौका आ गया है, क्योंकि अब खेती में ना पानी की कमी रहेगी, ना बिजली का टेंशन, और सबसे खास बात — खर्चा होगा बहुत कम, लेकिन मुनाफा होगा कई गुना ज़्यादा! जी हां… सरकार लेकर आई है एक ऐसी योजना जो खेती का तरीका ही बदल देगी! लेकिन सवाल ये है — ये स्कीम आखिर है क्या? कौन उठा सकता है इसका फायदा? और कैसे मिलेगी ये भारी-भरकम सब्सिडी? जानिए आज की इस बड़ी खबर में — क्योंकि अब हर किसान बनेगा स्मार्ट फार्मर, और हर बूंद पानी बनेगी ‘सोने की बूंद’!
ड्रॉप मोर क्रॉप योजना — नाम छोटा, लेकिन असर बड़ा!
अब खेतों में बहेगा सिर्फ पानी नहीं, बल्कि तरक्की का सोता! क्योंकि उद्यान विभाग किसानों को दे रहा है मिनी स्प्रिंकलर और ड्रिप सिंचाई सिस्टम लगाने पर 80 से 90 प्रतिशत तक की सब्सिडी! मतलब, अगर आप एक लाख का सिस्टम लगवाते हैं, तो सरकार देगी 80 से 90 हज़ार रुपये की मदद! किसान को देना होगा बस थोड़ा-सा हिस्सा… और मिल जाएगी आधुनिक सिंचाई की बड़ी सुविधा
अब सवाल उठता है — ये सिस्टम इतना खास क्यों है? दरअसल, पारंपरिक सिंचाई में पानी का समान वितरण नहीं हो पाता। कहीं ज़्यादा, कहीं कम — नतीजा? फसल की गुणवत्ता पर असर और पैदावार में गिरावट। लेकिन ड्रिप और मिनी स्प्रिंकलर सिस्टम हर बूंद को फसल की जड़ों तक पहुंचाता है! डॉ. अनीता सिंह, उद्यान विभाग की अधिकारी बताती हैं — इस तकनीक से फसल की वृद्धि बेहतर होती है और उपज में 20 से 25 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी संभव है! सोचिए! वही खेत, वही फसल… लेकिन नतीजे दुगने!
एक एकड़ खेत में ये सिस्टम लगाने की लागत लगभग 1 से 1.5 लाख रुपये आती है। लेकिन सरकार के साथ साझेदारी में किसान को देना होगा सिर्फ 10 से 20 प्रतिशत! मतलब, 10–20 हज़ार खर्च करके लाखों का फायदा! कम पानी, कम बिजली, कम मेहनत — और ज़्यादा पैदावार! कह सकते हैं — अब खेती में आएगा स्मार्ट रिवॉल्यूशन!
अब ये मत सोचिए कि इसके लिए दफ्तरों के चक्कर लगाने पड़ेंगे! नहीं-नहीं! अब सब कुछ होगा ऑनलाइन। किसान भाई बस उद्यान विभाग की वेबसाइट पर जाकर आवेदन करें। ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के बाद अधिकारी आपके खेत का निरीक्षण करेंगे… औपचारिकताओं के पूरा होते ही सब्सिडी की राशि सीधे आपके बैंक खाते में जाएगी! जी हां — सीधा बैंक अकाउंट में पैसा! कोई बिचौलिया नहीं, कोई टेंशन नहीं
इस सिस्टम से सिंचाई पूरी तरह ऑटोमेटिक हो जाती है। बस मोटर ऑन करो — और कुछ ही मिनटों में पूरा खेत समान रूप से सिंचित हो जाता है! न पानी की बर्बादी, न ज़मीन का नुकसान। यहां तक कि इससे 40 से 50 प्रतिशत तक पानी की बचत होती है! मतलब — हर बूंद का सही इस्तेमाल और हर बीज का सही परिणाम
किसानों के लिए ये सिर्फ एक योजना नहीं — एक कृषि क्रांति की शुरुआत है! सरकार का लक्ष्य है — कम पानी में ज़्यादा उपज और किसानों की आय में दोगुनी बढ़ोतरी। अब वक्त है तकनीक को अपनाने का, क्योंकि जो किसान आज ड्रिप सिस्टम लगाएगा, कल वही कहेगा — मेरा खेत भी बोले — हर बूंद में है सोना!
तो दोस्तों, अगर आप भी इस योजना का लाभ उठाना चाहते हैं, तो देर मत कीजिए — तुरंत उद्यान विभाग की वेबसाइट पर जाकर आवेदन करें। क्योंकि सरकार दे रही है मौका — 90% तक सब्सिडी का! अब पानी नहीं, मुनाफा बहेगा खेतों में!



