अब चीन की ‘रेयर’ दादागिरी खत्म | भारत की इलेक्ट्रिक व्हीकल इंडस्ट्री में एक बड़ा क्रांतिकारी कदम उठाया गया है | ओला इलेक्ट्रिक ने विकसित की है देश की पहली फेराइट मोटर, जिसमें बिलकुल रेयर अर्थ मेटल्स का इस्तेमाल नहीं हुआ | इस मोटर को सरकार की मंजूरी भी मिल चुकी है |
ओला इलेक्ट्रिक ने देश की पहली ऐसी टू-व्हीलर मोटर बना ली है, जिसे बनाने में रेयर अर्थ मेटल्स की ज़रूरत नहीं है | इस फेराइट मोटर को सरकारी हरी झंडी भी मिल चुकी है, और यह खबर देश की अर्थव्यवस्था के लिए किसी गेमचेंजर से कम नहीं है | अभी तक भारत इलेक्ट्रिक मोटर बनाने के लिए चीन पर पूरी तरह निर्भर था? चीन की एक्सपोर्ट पॉलिसी ने बार-बार भारत की EV इंडस्ट्री को हिलाया है | लेकिन अब ओला की सस्ती, मजबूत और हाई-परफॉर्मेंस फेराइट मोटर से यह निर्भरता घट जाएगी |
क्या आप जानते हैं कि चीन की एक ‘चाल’ भारत में इलेक्ट्रिक स्कूटर का प्रोडक्शन रोक सकती थी? अब तक, भारत इलेक्ट्रिक मोटर के लिए चीन के 70% माइनिंग और 90% प्रोडक्शन वाले रेयर अर्थ मेटल्स पर निर्भर था | चीन जब चाहे, निर्यात रोक देता था, जिससे भारत का प्रोडक्शन थम जाता था | ओला की यह कम लागत वाली फेराइट मोटर (7kW और 11kW) उतनी ही दमदार है जितनी महंगी रेयर अर्थ वाली मोटर | इसका मतलब है कि स्कूटर सस्ता होगा, चीन की ब्लैकमेलिंग खत्म और भारत बनेगा आत्मनिर्भर EV पावरहाउस |
यह सिर्फ एक मोटर नहीं, यह भारत की टेक-सॉवरेन्टी की ओर पहला बड़ा कदम है | क्या यह मोटर भारत को दुनिया का सबसे बड़ा EV मैन्युफैक्चरिंग हब बना पाएगी? यह सिर्फ शुरुआत है ओला का यह कदम देश के EV इतिहास में नया अध्याय लिख रहा है |



