संयुक्त राष्ट्र महासभा का मंच, और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने भारत के खिलाफ आग उगलते हुए एक विनाशकारी ‘जीत’ का सनसनीखेज दावा कर दिया!
पाकिस्तानी पीएम शहबाज शरीफ ने UN में भारत को खुलेआम दुश्मन घोषित करते हुए दावा किया कि पिछली सैन्य झड़पों में पाकिस्तान की विजय हुई थी | उन्होंने शांति की बात तो की, लेकिन साथ ही भारत पर गंभीर आरोप भी मढ़े |
शरीफ ने स्पष्ट किया कि पाकिस्तान किसी बाहरी हमले को कतई बर्दाश्त नहीं करेगा, और मई में हुए हमले को अपनी चेतावनी की पुष्टि बताया | उन्होंने शक्तिशाली रुख दिखाते हुए कहा कि पाकिस्तान ने मजबूत स्थिति में होते हुए भी सीजफायर का समर्थन किया, जिसका श्रेय अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प को जाता है | उन्होंने ट्रम्प को नोबेल शांति पुरस्कार के लिए नॉमिनेट करने की घोषणा भी की, दावा किया कि उनकी वजह से दक्षिण एशिया एक विनाशकारी युद्ध से बच गया |
सबसे भयंकर हमला हुआ सिंधु जल संधि पर | शहबाज ने भारत पर संधि को एकतरफा रोकने का अंतरराष्ट्रीय कानून उल्लंघन का आरोप लगाया | उन्होंने दो टूक चेतावनी दी: “सिंधु जल संधि का कोई भी उल्लंघन युद्ध की तरह ही माना जाएगा!”
शरीफ ने कश्मीर का मुद्दा भी ज़ोरदार तरीके से उठाया, निर्भीकता से कहा कि वह कश्मीरियों के साथ खड़े हैं और संयुक्त राष्ट्र के तहत जनमत संग्रह ज़रूर होगा | यह भाषण दर्शाता है कि पाकिस्तान बातचीत के लिए तैयार है, लेकिन उसकी ज़ुबान पर अटल चुनौती और परमाणु-युग की ललकार है!



