क्या आपने सुना, अब कोई भी पात्र ग्राहक बैंकिंग सेवाओं से वंचित नहीं रहेगा! जिंदगी बदल सकती है — अगर बैंक सिर्फ आपके दरवाज़े पर पहुँचे! आज हम लेकर आए हैं एक बड़ा फैसला, जिसे जानकर हो जाएगा भरोसा — कि प्रभात खबर की रिपोर्ट के अनुसार, बैंक अपना निरंतर प्रयास कर रहे हैं ताकि “कोई भी पात्र ग्राहक बैंक सेवाओं से वंचित न रहे”।
सोचिए — अगर आपका खाता चलता हो, लेकिन सेवाएं नहीं मिलतीं — वो दिन अब खत्म होने को हैं। बैंक अब आगे बढ़े हैं — हर जन तक पहुँचना है उनका लक्ष्य। यह केवल एक नारा नहीं; यह एक वादा है।
लेकिन — सवाल उठता है: किस तरह हर व्यक्ति तक बैंक की पहुंच होगी? क्या डिजिटल बैंकिंग है, या गांव-गली में शाखा विस्तार? कैसे सुनिश्चित किया जाएगा कि सरकारी सेवाएँ, लोन, बचत, आधार लिंकिंग — सब मिलें, बिना भेदभाव के? यही वो Curiosity है जो इस खबर को और ज़रूरी बनाती है।
इस राष्ट्रीय पहल में बड़ा धमाका है — एक ऐसा बदलाव जो आम आदमी की दुनिया बदल सकता है। सोचिए — आपके गाँव, आपकी झुग्गी, आपके खेत — बैंक की सुविधा — अब आपकी पहुँच में। बैंक की ये पहल — सिर्फ सेवाएं नहीं, भरोसे का नया भरोसा है। अब बैंक नहीं, परिवार का हिस्सा बनेगा!



