क्या पाकिस्तान की राजनीति अब अमेरिका के निशाने पर है? पहली बार—44 अमेरिकी सांसदों ने मांगा पाक पीएम और आर्मी चीफ पर सीधा बैन! आखिर माजरा क्या है?
अमेरिका में बड़ा भूचाल! 44 अमेरिकी सांसदों ने विदेश मंत्री मार्को रुबियो को तूफानी चिट्ठी लिखकर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और आर्मी चीफ आसिम मुनीर पर फौरन प्रतिबंध लगाने की मांग कर दी है। सांसदों का आरोप सीधा-सा लेकिन बेहद खतरनाक—“पाकिस्तान में लोकतंत्र खत्म… और तानाशाही अपने चरम पर!”
सांसदों के मुताबिक पाकिस्तान में फ्रीडम ऑफ स्पीच कुचली जा रही है, पत्रकारों को धमकाया जा रहा है, अगवा किया जा रहा है, और विपक्षी नेताओं को बिना आरोप जेल में ठूंस दिया जा रहा है! अमेरिका में रहने वाले पाकिस्तानी मूल के नागरिकों तक को डराया जा रहा है। क्या यह 2024 का पाकिस्तान है या कोई Military-State?
चिट्ठी में दर्ज मामले झकझोर देने वाले हैं। वर्जीनिया के पत्रकार अहमद नूरानी—पाकिस्तानी सेना के भ्रष्टाचार पर रिपोर्ट की… और उनके पाकिस्तान में रह रहे दोनों भाइयों को एक महीने से ज्यादा समय तक अगवा कर लिया गया! मशहूर संगीतकार सलमान अहमद के जीजा का भी अपहरण—और छोड़ना पड़ा अमेरिकी दबाव में! क्या सेना सब कंट्रोल कर रही है?
सांसदों ने 2024 के पाकिस्तानी चुनावों को बताया—“सबसे बड़ी फर्जीवाड़े की कहानी!” ‘पट्टन रिपोर्ट’ और अमेरिकी विदेश विभाग—दोनों ने चुनावी धांधली की पुष्टि की। और तो और… अब पाकिस्तान की सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दे दिया कि आम नागरिकों पर भी सैन्य अदालतों में केस चलेंगे! मतलब—पूरी सत्ता सीधे जनरलों के हाथ में!
सांसदों ने कहा—शहबाज और मुनीर पर लगेगा वीजा बैन, संपत्ति जब्ती, और ग्लोबल मैग्निट्सकी एक्ट के तहत कार्रवाई! साथ ही मांग—पूर्व पीएम इमरान खान और सभी राजनीतिक कैदियों को तुरंत रिहा किया जाए। उनका सीधा संदेश— “जो इंसानियत को कुचलेगा… अमेरिका उसे छोड़ने वाला नहीं!



