दोस्तों! भारत की राजनीति में आज ऐसा बयान आया है जिसने दिल्ली से लेकर मॉस्को तक हलचल मचा दी है! आखिर पुतिन के दौरे से पहले राहुल गांधी ने ऐसी कौन-सी बात बोल दी जिससे माहौल गर्म हो गया? आइए जानते हैं पूरी कहानी…
राहुल गांधी का आज का बयान… सीधे-सीधे मोदी सरकार पर तगड़ा वार है! राहुल ने चौंकाने वाला आरोप लगाया है कि—विदेश से आने वाले टॉप लीडर्स को सरकार विपक्ष से मिलने ही नहीं देती! उन्होंने कहा कि दिग्निटरीज को साफ मैसेज जाता है—‘Leader of Opposition से मत मिलो।’ क्या ये प्रोटोकॉल का ब्रेक है? या कुछ और बड़ा खेल? Suspense अभी बाकी है!
राहुल बोले—यह सरकार की insecurity है! उन्होंने कहा कि वाजपेयी और मनमोहन सिंह के टाइम में LoP से मिलना एक लोकतांत्रिक परंपरा थी… लेकिन अब इस सिस्टम को तोड़ा जा रहा है। उन्होंने पीएम मोदी और विदेश मंत्रालय पर सीधे आरोप लगाते हुए कहा—‘विपक्ष भी देश का प्रतिनिधित्व करता है, लेकिन सरकार नहीं चाहती कि हमारी आवाज़ दुनिया सुने।’ यह बयान ऐसे वक्त आया है जब रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन भारत आ रहे हैं—और यहीं से कहानी और दिलचस्प हो जाती है!
पुतिन का यह दौरा सिर्फ दो दिन का है लेकिन बेहद रणनीतिक माना जा रहा है। भारत-रूस रिश्तों के 25 साल पूरे हुए हैं और दोनों देशों की नजर कई बड़े डिफेंस और एनर्जी डील्स पर है। ऐसे समय में राहुल का यह बयान—राजनीतिक तापमान को और भी भड़का देता है!
इधर सोनिया गांधी ने दिल्ली प्रदूषण पर सरकार को निशाने पर लेते हुए कहा—बच्चे और बुजुर्ग तक सांस नहीं ले पा रहे… एक्शन लो, बयानबाजी बंद करो! वहीं केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने एटॉमिक एनर्जी बिल 2025 को लेकर बड़ा अपडेट दिया—बिल फाइनल स्टेज में है। कांग्रेस की कुमारी शैलजा ने भी कहा—‘डेमोक्रेसी की परंपराओं को कमजोर करना देश की इज्जत के लिए अच्छा संकेत नहीं।’ दूसरी तरफ BJP सांसद रेखा शर्मा ने जवाब दिया—‘प्रदूषण रातोंरात खत्म नहीं होगा, लेकिन काम जारी है।
तो दोस्तों! एक तरफ पुतिन का हाई-प्रोफाइल दौरा… दूसरी तरफ दिल्ली का प्रदूषण… और बीच में भारतीय राजनीति की गरमाहट! आने वाले 48 घंटे—बहुत कुछ तय करेंगे! जुड़े रहिए… क्योंकि खबरें तो बहुत हैं, लेकिन हम आपको दिखाएंगे—उनका असली असर!



