अब कॉल उठाने से पहले आपका डर नहीं… धोखेबाज़ों की खैर नहीं! क्योंकि सरकार लेकर आई है ऐसा हथियार, जो हर कॉलर का असली चेहरा आपकी स्क्रीन पर दिखा देगा!
भारत में मोबाइल यूजर्स के लिए सबसे बड़ा गेम-चेंजर अपडेट शुरू हो चुका है! ट्रूकॉलर नहीं… अब सीधे सरकार बताएगी कि आपको कॉल कौन कर रहा है!
जी हां—सरकार ने शुरू की है CNAP की टेस्टिंग, एक ऐसा सिस्टम जो आपके फोन पर पहले से भी ज्यादा सुरक्षित, ज्यादा पारदर्शी और 100% वेरिफाइड कॉलर आइडेंटिटी दिखाएगा।
सोचिए… कोई अंजान नंबर कॉल करे और आपके फोन पर सीधे आधार से लिंक्ड उसका असली नाम फ्लैश हो जाए। न कोई एप, न कोई थर्ड पार्टी… सीधे सरकारी डेटाबेस से असली पहचान! और सबसे दिलचस्प बात—अगर आपने किसी का नाम ‘मॉम’ या ‘बॉस’ सेव किया है, तो स्क्रीन पर पहले आधार वाला नाम, फिर आपका सेव किया हुआ नाम दिखेगा। यानी फर्जी नामों और स्पैमर्स की अब छुट्टी!
टेलीकॉम कंपनियाँ—जियो, एयरटेल, वीआई—इस सिस्टम को तेजी से एक्टिवेट कर रही हैं। मुंबई और हरियाणा में ट्रायल सफल रहा, अब पूरे देश में रोलआउट शुरू! TRAI और DoT का दावा—स्पैम कॉल, फ्रॉड कॉल, डिजिटल-अरेस्ट स्कैम—सब पर ब्रेक लगेगा!
- बुजुर्गों और महिलाओं के लिए सेफ्टी कई गुना बढ़ जाएगी।
- बैंकिंग फ्रॉड, KYC स्कैम, लोन फ्रॉड जैसी कॉल तुरंत पकड़ में आएंगी।
- भरोसा बढ़ेगा… डर कम होगा… और मोबाइल इस्तेमाल पहले से ज्यादा सुरक्षित!
लेकिन रुकिए… एक ट्विस्ट भी है! जिन्होंने CLIR सर्विस ली है—खुफिया एजेंसियां, VIPs, सुरक्षा अधिकारी—उनका नाम स्क्रीन पर नहीं आएगा। कॉल सेंटर, टेली मार्केटर—इस सुविधा का फायदा बिल्कुल नहीं उठा पाएंगे। अब कॉल आएगी तो सिर्फ बेल नहीं बजेगी… सच सामने आएगा! CNAP—कॉलर की असली पहचान, सरकार की गारंटी के साथ!



