दोस्तों, आज की सबसे बड़ी खबर, वो खबर जो पाकिस्तान सालों से छुपाता आया और भारत ने दुनिया के सामने खोली उसकी पोल! जी हाँ, गुप्त परमाणु गतिविधियों का एक ऐसा काला इतिहास, जो पाकिस्तान छुपाता रहा, और भारत ने फिर से इंटरनेशनल कम्युनिटी के सामने रख दिया है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने शुक्रवार को प्रेस ब्रीफिंग करते हुए साफ कहा— “पाकिस्तान का इतिहास छुपी हुई और अवैध परमाणु गतिविधियों से भरा है। तस्करी, अवैध नेटवर्क, गुप्त साझेदारियाँ, यह सब पाकिस्तान की पहचान रही है।”
और यहाँ बम गिरा, A.Q. Khan नेटवर्क, जो दुनिया के सबसे विवादित परमाणु प्रसार नेटवर्क में से एक रहा है, उसका नाम एक बार फिर अंतरराष्ट्रीय चर्चा में है। भारत ने साफ कहा— हमने इस विषय पर दुनिया का ध्यान हमेशा से खींचा है। यानी, पाकिस्तान का पुराना खेल—सच का पर्दाफाश!
अब बात करते हैं अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के बयान की। जब ट्रंप ने कहा कि पाकिस्तान ने हाल ही में परमाणु परीक्षण किए हैं, तो भारत ने जवाब दिया— “इस बयान की जानकारी हमें है, लेकिन पाकिस्तान का ऐसा रिकॉर्ड कोई नई बात नहीं।” यानी, इशारा साफ है। जो छुपा था, वो अब सबके सामने है!
अब बढ़ते हैं मेजर विक्रांत जेटली (सेवानिवृत्त) के मामले पर। अबू धाबी में चल रहा है केस, भारत का दूतावास चार बार उनसे मिल चुका है, लगातार संपर्क में है, और कोर्ट के निर्देशों के अनुसार हर संभव सहायता दी जा रही है। भारत ने साफ कहा— अपने नागरिक को अकेला नहीं छोड़ा जाएगा।
और अब, रूस की सेना में भर्ती हुए भारतीय युवाओं की बात। ध्यान दीजिए! 44 भारतीय नागरिक अभी रूस की सेना में हैं! परिस्थिति गंभीर है। विदेश मंत्रालय ने सीधी चेतावनी दी है— “रूस की सेना में शामिल होने का प्रस्ताव, जानलेवा है! इससे दूर रहें!”
सरकार लगातार रूस से बातचीत कर रही है ताकि इन युवाओं को वापस लाया जा सके। परिवारों से संपर्क जारी है।
तो कुल मिलाकर तस्वीर साफ है, पाकिस्तान के गुप्त परमाणु खेल फिर चर्चा में हैं, भारत डिप्लोमैटिक लेवल पर एक्टिव है, और विदेश मंत्रालय हर मोर्चे पर भारत के नागरिकों की सुरक्षा को प्राथमिकता दे रहा है।
सच्चाई चाहे कितनी भी गहरी दबी हो, भारत उसे सामने लाने का हुनर जानता है! जुड़े रहिए, हम आगे भी आपको पहुंचाएंगे सबसे बड़ी, सबसे सटीक और सबसे तेज़ खबर!



