क्रिकेट के इतिहास का वो दिन, जब मैदान पर रनों का ऐसा सैलाब आया कि सारे रिकॉर्ड बह गए! एक ऐसा मुकाबला, जहाँ 781 रन बने, जहाँ शतक ऐसे लगे मानो मज़ाक हो, और जहाँ हार-जीत का फैसला आखिरी साँसों तक अटका रहा।
दिल्ली के अरुण जेटली स्टेडियम में इतिहास लिख दिया गया! ऑस्ट्रेलिया ने पहले खेलते हुए बेथ मूनी की तूफानी 57 बॉल सेंचुरी के दम पर 412 रन ठोक डाले। भारत के खिलाफ पहली बार किसी टीम ने 400 का आंकड़ा पार किया। और दुनिया ने मान लिया कि मैच खत्म!
लेकिन कहानी यहीं खत्म नहीं होती, जवाब में उतरीं भारत की शेरनी स्मृति मंधाना, जिनके बल्ले से आज आग नहीं, बल्कि इतिहास निकल रहा था।
उन्होंने वो कर दिखाया, जो अब तक सिर्फ सपनों में लगता था। उन्होंने महज 50 गेंदों पर शतक ठोककर विराट कोहली का रिकॉर्ड तोड़ दिया! हां, वही विराट, जिन्होंने 2013 में 52 गेंद पर सेंचुरी लगाई थी। भारत को जीत की उस दहलीज़ पर ला खड़ा किया, जहाँ से मंज़िल साफ़ नज़र आ रही थी।
भारत के रन मशीन की तरह चलते स्कोरबोर्ड पर 20 ओवर में ही 200 पूरे हो गए। हरमनप्रीत और दीप्ति शर्मा ने भी फिफ्टी जड़ी, और टीम 369 रन तक पहुंच गई। सोचिए, 350 रन बनाने के बाद भी जीत हाथ से फिसल जाए? जी हां, भारत 43 रन से हार गया, और ऑस्ट्रेलिया ने सीरीज 2-1 से जीत ली।
इतिहास बना, रिकॉर्ड टूटा, और दुनिया ने देखा, विमेंस क्रिकेट भी उतना ही रोमांचक है जितना मेंस क्रिकेट! क्या आने वाला वर्ल्ड कप इसी तूफानी अंदाज़ में नए इतिहास लिखेगा?



