बोधगया में केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने ऐसा बयान दिया जिसने पूरे राजनीतिक माहौल को हिला दिया है। विपक्ष पर सीधा वार करते हुए मांझी ने कहा कि विपक्ष के पास मुद्दा नहीं, इसलिए सिर्फ गलत बातें फैलाई जा रही हैं।
असली धमाका तब हुआ जब उन्होंने महागठबंधन पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस और राहुल गांधी ने पूरे गठबंधन को अपने कब्जे में ले लिया है। राहुल गांधी ने अब तक तेजस्वी को मुख्यमंत्री का चेहरा तक घोषित नहीं किया, यही वजह है कि वे खुद बिहार यात्रा पर निकल पड़े हैं। सवाल बड़ा है कि क्या तेजस्वी का सपना अब राहुल गांधी की रणनीति में कैद हो गया है?
एक तरफ मांझी विपक्ष की अंदरूनी कलह का पर्दाफाश कर रहे हैं, तो दूसरी तरफ पीएम मोदी की तारीफों के पुल बांध रहे हैं। 40 हजार करोड़ के प्रोजेक्ट से लेकर दुनिया की चौथी आर्थिक ताकत बनने तक, मांझी ने मोदी के 10 साल के काम को अभूतपूर्व बताया।
मांझी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफों की झड़ी लगाते हुए बोले कि मोदी ने देश को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया है, कभी छुट्टी नहीं ली, रक्षा से लेकर अर्थव्यवस्था तक भारत को मजबूती दी है। 2014 में भारत 14वें स्थान पर था, आज चौथे पर है और 2027 तक तीसरे स्थान पर होगा।
सवाल ये है कि क्या मांझी के इस बयान में विपक्ष के भविष्य का सबसे बड़ा सच छिपा है? क्या तेजस्वी यादव वाकई अपने ही घर में किनारे कर दिए गए हैं? ये वो चिंगारी है, जो बिहार की राजनीति में आग लगा सकती है।



