अंतर्राष्ट्रीय कूटनीति और व्यापार में एक नया मोड़ सामने आया है | यूक्रेन ने भारत से डीजल के आयात पर प्रतिबंध लगाने का फैसला किया है, जो 1 अक्टूबर से लागू होगा | इस चौंकाने वाले कदम के पीछे का कारण क्या है? यूक्रेन को शक है कि भारतीय डीजल में रूसी कंपोनेंट मिला हुआ है, जिसकी अब वो सख्ती से जांच करेगा |
यह फैसला भारत के लिए एक बड़ा झटका है, खासकर तब जब अमेरिका और नाटो देश पहले से ही भारत के रूसी तेल आयात पर सवाल उठा रहे हैं | यूक्रेन की एनर्जी कंसल्टेंसी Enkorr ने साफ तौर पर कहा है कि रूस से भारत के बड़े पैमाने पर कच्चे तेल खरीदने के कारण उन्हें यह कदम उठाना पड़ रहा है | उनका मानना है कि युद्धग्रस्त यूक्रेन में रूसी ड्रोन और मिसाइलों से रिफाइनरियां तबाह हो रही हैं, और ऐसे में वे किसी भी तरह से रूस को फायदा नहीं पहुंचाना चाहते |
यह कदम ऐसे समय में उठाया गया है जब हाल ही में भारत ने यूक्रेन को बड़ी मात्रा में डीजल की आपूर्ति की थी | तो क्या अब भारत और यूक्रेन के बीच के व्यापारिक संबंध तनावपूर्ण हो जाएंगे? क्या यूक्रेन की यह जांच भारत के लिए नई मुश्किलें खड़ी करेगी?
यह स्थिति दिखाती है कि कैसे भू-राजनीतिक संघर्ष व्यापारिक रिश्तों को भी प्रभावित कर रहे हैं | भारत के लिए अब यह एक बड़ी चुनौती है कि वह अपने आर्थिक हितों और अंतर्राष्ट्रीय संबंधों के बीच संतुलन कैसे बनाए |



