दुनिया की सबसे बड़ी स्पेस एजेंसी पर अचानक लगा ताला, अंतरिक्ष में फंसे एस्ट्रोनॉट्स का क्या होगा? क्या NASA बंद होने के कगार पर है?
जी हां, अमेरिका की प्रतिष्ठित स्पेस एजेंसी NASA एक बार फिर आंशिक शटडाउन की मार झेल रही है | और यही सवाल अब हर किसी के दिमाग में गूंज रहा है कि क्या यह सिर्फ एक अस्थायी संकट है, या विज्ञान और अंतरिक्ष अनुसंधान पर मंडराता बड़ा खतरा?
इस शटडाउन का मतलब है कि नए मिशन रुके, रिसर्च बंद, और जनता से NASA का सीधा जुड़ाव टूट गया | वह NASA, जिसने इंसान को चांद तक पहुंचाया, मंगल पर मिशन भेजा और ब्रह्मांड के रहस्यों से परदा उठाया, आज अपनी ही राजनीतिक खींचतान का शिकार बन गया है |
लेकिन सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि जब एजेंसी के दफ्तरों पर ताले लगे हैं, तब भी अंतरिक्ष में मौजूद एस्ट्रोनॉट्स की ज़िंदगी दांव पर है | NASA का दावा है कि सुरक्षा और मॉनिटरिंग जारी रहेगी, लेकिन सवाल ये है कि जब रिसर्चर और टेक्निकल स्टाफ का काम रुक जाएगा, तो क्या कोई अनहोनी रोक पाना आसान होगा?
यही नहीं, इस संकट ने NASA की विश्वसनीयता पर भी गहरी चोट की है | सोशल मीडिया अपडेट्स, पब्लिक आउटरीच और शिक्षा कार्यक्रम सब पर ब्रेक लग गया है | यानी अब वो NASA, जो आम जनता से लगातार जुड़ा रहता था, खुद जनता से दूर हो गया है |
तो आखिर बार-बार ऐसा क्यों होता है? असल वजह है कि अमेरिकी राजनीति का बजट गतिरोध | जब सरकार और विपक्ष सहमति पर नहीं पहुंचते, तो NASA जैसी महत्त्वपूर्ण एजेंसियां भी ठप हो जाती हैं | अब सबसे बड़ा सस्पेंस यही है कि क्या यह शटडाउन सिर्फ अस्थायी है, या आने वाले समय में NASA की बड़ी उड़ानों को हमेशा के लिए रोक देगा?



