बिहार की चुनावी रणभूमि में उतर चुके हैं BJP के चाणक्य अमित शाह! निशाने पर हैं वो 60 सीटें, जो तय करेंगी कि पटना का ताज किसके सिर सजेगा | विपक्ष में खलबली है, क्योंकि शाह का यह दौरा सिर्फ एक बैठक नहीं, बल्कि जीत का फाइनल ब्लूप्रिंट तैयार करने का मिशन है |
गृह मंत्री अमित शाह ने सासाराम और बेगुसराय का दौरा शुरू कर दिया है | इस बार उनका मूलमंत्र है जिस सीट पर दावेदारी, वहां जीत की तैयारी’ | सुनने में यह एक नारा लगता है, लेकिन इसके पीछे छिपी है बीजेपी की सबसे बड़ी और कठोर रणनीति | क्या इसका मतलब है कि कई मौजूदा चेहरों पर तलवार लटकेगी और सिर्फ जिताऊ उम्मीदवार को ही मौका मिलेगा?
सासाराम और बेगुसराय के लगभग 60 विधानसभा सीटों पर बीजेपी की रणनीति इस दौरे में अंतिम रूप लेगी | शाह सीधे 2500 प्रमुख कार्यकर्ताओं से संवाद करेंगे और तय करेंगे कि किस सीट पर कौन उम्मीदवार खड़ा होगा | विशेष बात ये कि शाह केवल चुनावी तैयारी नहीं देख रहे, बल्कि विपक्ष के आरोपों और SIR मुद्दे पर जवाबी रणनीति भी तय करेंगे | शाह के कदम से कार्यकर्ताओं में नई ऊर्जा और जोश पैदा होगा |
सबसे बड़ा सस्पेंस इस बात पर है कि विपक्ष के SIR वाले मुद्दे का शाह क्या तोड़ निकालेंगे? वो कार्यकर्ताओं के बंद कमरे में कौन सा ‘गुप्त मंत्र’ देंगे, जो इस सियासी चक्रव्यूह को भेद सके? शाह की इस यात्रा के बाद बिहार की राजनीतिक बिसात पर कौन सी नई चाल चली जाएगी, इस पर सबकी नजरें टिकी हैं |



