धरती कांपी, समुद्र में प्रलय की लहरें उठीं और मौत किनारे की तरफ बढ़ रही थी! 8.8 तीव्रता के भूकंप ने जब रूस के तट पर तबाही का सायरन बजाया, तो दुनिया की सांसें थम गईं |
लेकिन इस तबाही और इंसानों के बीच, आसमान में एक खामोश हीरो जाग रहा था | NASA का ‘गार्डियन’ | एक ऐसा रक्षक, जिसने समुद्र की लहरों को नहीं, बल्कि 400 किलोमीटर ऊपर आसमान की अदृश्य हलचल को पढ़ा और पहली बार वो कर दिखाया जो एक चमत्कार से कम नहीं |
मौत की लहरों के तट से टकराने से पूरे 30 मिनट पहले, गार्डियन ने खतरे का अलर्ट भेज दिया! ये वो आधा घंटा था, जो हजारों जिंदगियों को बचा सकता था |
अब सबसे बड़ा सवाल यह है कि क्या इंसान ने अब प्रकृति के सबसे बड़े गुस्से को पढ़ने की ताकत हासिल कर ली है? क्या ये ‘गार्डियन’ भविष्य में सुनामी से होने वाली हर तबाही के खिलाफ हमारा सबसे बड़ा अदृश्य कवच बनेगा? ये वो तकनीक है, जो भविष्य को बदलने वाली है |



