एक ऐसी मुलाकात जिसने पूरी दुनिया को चौंका दिया। जी हां, हम बात कर रहे हैं भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग की। दरअसल, चीन में आयोजित शंघाई सहयोग संगठन (SCO) समिट में मोदी जी और जिनपिंग दोनों को एक साथ देखा गया, जिसने हर किसी को हैरान कर दिया। क्योकि जून 2020 की गलवान झड़प के बाद यह पहली बार था जब दोनों नेता मिले, और मुलाकात ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं।
यह सिर्फ़ एक तस्वीर नहीं, बल्कि इसके पीछे कई अहम घटनाक्रम छिपे हैं। हाल ही में चीन पहुंचे पीएम मोदी ने अपने चीनी समकक्ष शी जिनपिंग से 50 मिनट की लंबी बातचीत की। इस मुलाकात का सबसे बड़ा एजेंडा था आतंकवाद। प्रधानमंत्री मोदी ने आतंकवाद को एक वैश्विक मुद्दा बताते हुए चीन से सहयोग की अपील की। इसके जवाब में जिनपिंग ने कहा, ड्रैगन (चीन) और हाथी (भारत) को साथ आना चाहिए।
इसी बीच एक और दिलचस्प तस्वीर सामने आई। ग्रुप फोटो में मोदी के साथ पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ भी दिखे। एक ही फ्रेम में भारत, चीन और पाकिस्तान का होना क्या भविष्य की राजनीति का संकेत है, या सिर्फ एक औपचारिकता?
लेकिन सबसे बड़ा सवाल यह है कि क्या यह मुलाकात केवल एक औपचारिक अभिवादन थी, या इसके पीछे कोई बड़ा कूटनीतिक संकेत छिपा है? इन सवालों के जवाब अभी आने बाकी हैं, लेकिन एक बात तो तय है कि दुनिया की दो सबसे बड़ी शक्तियों का एक साथ आना वैश्विक राजनीति में एक नया मोड़ लाएगी।



