क्या आपने कभी सुना है कि किसी देश का पूर्व राष्ट्रपति जेल की सलाखों के पीछे पहुंचा हो? जी हां, श्रीलंका की राजनीति में वो भूकंप आया है जिसकी किसी ने कल्पना तक नहीं की थी। दरअसल, श्रीलंका के पूर्व राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे को सरकारी पैसे के दुरुपयोग के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया है। यह सिर्फ एक गिरफ्तारी नहीं, बल्कि श्रीलंका के राजनीतिक इतिहास में एक अभूतपूर्व घटना है।
विक्रमसिंघे पर आरोप है कि उन्होंने 2023 में अपनी पत्नी के दीक्षांत समारोह के लिए सरकारी खर्चे पर लंदन की यात्रा की। इस यात्रा में करीब 1.69 करोड़ रुपये खर्च हुए, जबकि यह कोई आधिकारिक यात्रा नहीं थी। यही नहीं, उन्होंने अपने पर्सनल बॉडीगार्ड तक की सैलरी सरकारी खजाने से दिलवाई। चार घंटे की कड़ी पूछताछ के बाद उन्हें FCID ने दबोच लिया और अब उन्हें अदालत में पेश किया जा रहा है।
विक्रमसिंघे ने इन आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा है कि उनकी पत्नी ने अपना खर्च खुद उठाया था, और ये पूरा मामला एक राजनीतिक साज़िश है। लेकिन पुलिस का कहना है कि उनके पास इस बात के सबूत हैं। लेकिन यहाँ एक बड़ा सवाल खड़ा होता है कि क्या यह कदम भ्रष्टाचार के खिलाफ एक बड़ी कार्रवाई है, या फिर यह राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों को खत्म करने का एक नया तरीका?
सबसे चौंकाने वाली बात ये है कि विक्रमसिंघे श्रीलंका के इतिहास में गिरफ्तार होने वाले पहले पूर्व राष्ट्रपति बन गए हैं। क्या यह गिरफ्तारी श्रीलंका में सत्ता के गलियारों में छिपे रहस्यों को उजागर करेगी? क्या इस मामले से और भी बड़े नाम सामने आएंगे? अब जब विक्रमसिंघे को कोर्ट में पेश किया जाएगा, तो क्या कोई और चौंकाने वाला खुलासा होगा? कमेंट में आप भविष्यवाणी कर सकते है।



