पुतिन का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को फोन करना, और ट्रंप से हुई ‘सीक्रेट’ मीटिंग का राज खोलना, पूरी दुनिया के लिए एक चौंकाने वाला पल था। सवाल उठता है कि ऐसी कौन सी बात थी जो पुतिन ने सबसे पहले मोदी से साझा की?
अलास्का में हुई उस मुलाकात के बाद कयास लगाए जा रहे थे कि क्या कोई नया वैश्विक समीकरण बन रहा है। लेकिन पुतिन ने खुद फोन करके उन सभी अटकलों पर विराम लगा दिया। पीएम मोदी ने भी इस दौरान शांति और कूटनीति पर भारत का रुख स्पष्ट किया।
यह बातचीत सिर्फ दो देशों के बीच की नहीं, बल्कि तीन महाशक्तियों के बीच एक अनकहा भरोसा दिखाती है। पुतिन का मोदी पर यह विश्वास साबित करता है कि भारत अब सिर्फ एक दर्शक नहीं, बल्कि विश्व की राजनीति में एक निर्णायक खिलाड़ी बन चुका है।
क्या यह एक नया भू-राजनीतिक मोड़ है, या आने वाले समय का सबसे बड़ा गेमचेंजर? आपकी इस पर क्या राय है कमेंट में जरुर बताए।



