कर्नाटक में नया CM कौन? क्या सिद्धारमैया की कुर्सी अब खतरे में है? जी हाँ, कर्नाटक की सियासत में ‘तूफान’ आया हुआ है। पर्दे के पीछे ‘सत्ता का संघर्ष’ चरम पर है। डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार ने सिद्धारमैया के खिलाफ अपनी चालें चल दी हैं, और खबर है कि नवंबर में मुख्यमंत्री की कुर्सी पर उनका ‘राजतिलक’ होने वाला है। लेकिन क्या यह इतना आसान होगा? क्या कांग्रेस हाईकमान इस ‘विवाद’ को सुलझा पाएगा या फिर एक और ‘सियासी धमाका’ होगा?
कर्नाटक में चल रही कुर्सी की जंग अब एक दिलचस्प मोड़ पर आ गई है। पहले इस रेस में दो धुरंधर थे- डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार और सीएम सिद्धारमैया। लेकिन अब मैदान खरगे की एंट्री हो चुकी है. अब सवाल यह है की मुख्यमंत्री की कुर्सी पर कौन बैठेगा, किसका होगा राजतिलक जो की अभी तक सिर्फ रहस्य बना हुआ है |
कर्नाटक की राजनीति में एक अबूझ पहेली सुलझने का नाम नहीं ले रही है। डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार की महत्वाकांक्षाएं अब खुले राज बन चुकी हैं। खबर है कि उन्होंने नवंबर में सीएम बनने की अंदरूनी डील कर ली है। लेकिन इस डील की सच्चाई क्या है, ये कोई नहीं जानता। शिवकुमार ने पंचमसाली लिंगायतों और वोक्कालिगाओं को साधकर एक अभेद्य मोर्चा बनाने की कोशिश की है, लेकिन क्या उनका यह षड्यंत्र कामयाब होगा?
इसी बीच, कहानी में एक और अकल्पनीय मोड़ आ गया है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के दामाद, राधाकृष्णन डोड्डमणि ने खरगे का नाम सहमति के उम्मीदवार के तौर पर सामने रखकर सबको चौंका दिया है। क्या यह सिर्फ एक बयान है, या फिर इसके पीछे कोई गहरी चाल छिपी है? क्या खरगे, जो खुद राष्ट्रीय राजनीति में हैं, वापस आकर मुख्यमंत्री की कुर्सी संभालेंगे?
यह सत्ता का खेल अब एक ऐसे मोड़ पर आ गया है, जहां हर कदम पर सस्पेंस है। क्या सिद्धारमैया का अनुभव इस तूफान को शांत कर पाएगा? या फिर कर्नाटक को जल्द ही एक नया आका मिलने वाला है? इस अनसुलझी कहानी का अगला अध्याय क्या होगा, कौन बनेगा मुख्यमंत्री अपनी राय कमेंट में जरुर बताए |



