क्या दो परमाणु पड़ोसी पानी के लिए विनाशकारी युद्ध की ओर बढ़ रहे हैं? पिछले 48 घंटों में पाकिस्तान के शीर्ष नेतृत्व ने भारत को ऐसी चेतावनी दी है, जिसने दक्षिण एशिया को बारूद के ढेर पर लाकर खड़ा कर दिया है।
पहले पूर्व विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो ने ‘जंग’ का खुला ऐलान किया। फिर पाकिस्तानी आर्मी चीफ़ ने धमकी भरे संकेत दिए। और अब, प्रधानमंत्री शहबाज़ शरीफ़ ने खुद आग उगलते हुए कहा है- “दुश्मन को ऐसा सबक सिखाएंगे, जिसे वो जिंदगीभर नहीं भूलेगा।”
यह सिर्फ बयानबाज़ी नहीं, यह एक सीधा चैलेंज है। पाकिस्तान पानी को अपनी ‘लाइफलाइन’ बताकर आर-पार की लड़ाई की धमकी दे रहा है।
लेकिन इस पूरी घेराबंदी के बीच एक रहस्यमयी ख़ामोशी है… भारत की खामोशी। क्या यह तूफ़ान से पहले की शांति है? पर्दे के पीछे क्या पक रहा है? सवाल यह है कि शब्दों से शुरू हुई यह जंग, क्या अब पानी से होती हुई असली जंग के मैदान तक पहुंचेगी? इस मामले में आपकी क्या राय है, हमे कमेंट करके बताये.



