भारत-इंग्लैंड के बीच चौथे टेस्ट से पहले टीम इंडिया में हुआ बड़ा बदलाव! चोटिल गेंदबाज़ों की जगह अब मैदान पर उतरेगा एक नया नाम ,भारत और इंग्लैंड के बीच 23 जुलाई से मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रैफर्ड में शुरू होने वाले चौथे टेस्ट मैच से पहले भारतीय क्रिकेट टीम में बड़ा बदलाव हुआ है। तेज गेंदबाज अंशुल कंबोज को अर्शदीप सिंह और आकाश दीप के चोटिल होने के बाद टीम में शामिल किया गया है। यह पांच टेस्ट मैचों की सीरीज का चौथा मुकाबला है, जिसमें भारत 1-2 से पीछे है। यह मैच भारतीय टीम के लिए ‘करो या मरो’ का है, क्योंकि हार का मतलब सीरीज गंवाना हो सकता है।
अंशुल कंबोज, हरियाणा के 24 वर्षीय तेज गेंदबाज, हाल ही में भारत-ए टीम के साथ इंग्लैंड लायंस के खिलाफ दो अनौपचारिक टेस्ट मैचों में खेल चुके हैं। इन मैचों में उन्होंने 5 विकेट लिए और एक अर्धशतकीय पारी (51 रन) समेत 76 रन बनाए। उनकी तेज गति और सटीक लाइन-लेंथ ने चयनकर्ताओं का ध्यान खींचा। कंबोज ने 24 प्रथम श्रेणी मैचों में 22.88 की औसत से 79 विकेट लिए हैं, जिसमें दो बार पांच विकेट और एक बार दस विकेट शामिल हैं। इसके अलावा, लिस्ट-ए में 40 और टी20 में 34 विकेट उनके नाम हैं।
अर्शदीप सिंह को अभ्यास सत्र के दौरान साई सुदर्शन की गेंद को रोकते समय बाएं हाथ में गहरा कट लग गया, जिसके कारण टांके लगाए गए। इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, उन्हें पूरी तरह ठीक होने में कम से कम 10 दिन लगेंगे, जिसके चलते वह चौथे टेस्ट से बाहर हो गए हैं। वहीं, आकाश दीप कमर दर्द से जूझ रहे हैं और उनकी उपलब्धता पर संशय बना हुआ है। लॉर्ड्स टेस्ट के दौरान वह असहज दिखे और नेट्स सेशन में गेंदबाजी नहीं कर सके।
भारतीय टीम की गेंदबाजी इस समय मुश्किल में है। जसप्रीत बुमराह के इस सीरीज में केवल तीन टेस्ट खेलने की योजना थी, और उनकी फिटनेस पर भी सवाल हैं। यदि बुमराह चौथे टेस्ट में खेलते हैं, तो आकाश दीप को आराम दिया जा सकता है। ऐसे में अंशुल कंबोज को टेस्ट डेब्यू का मौका मिल सकता है।
कंबोज को चेन्नई सुपर किंग्स के लिए आईपीएल 2025 में खेलने का अनुभव है और रणजी ट्रॉफी में भी उन्होंने शानदार प्रदर्शन किया है। उनकी गेंदबाजी में गति और नियंत्रण के साथ-साथ बल्लेबाजी में योगदान देने की क्षमता उन्हें एक ऑलराउंडर बनाती है।
टीम इंडिया के लिए यह मैच बेहद अहम है। लीड्स में पहला टेस्ट हारने के बाद भारत ने दूसरे टेस्ट में 336 रन से शानदार जीत दर्ज की थी, लेकिन लॉर्ड्स में 22 रन की हार ने इंग्लैंड को बढ़त दिला दी। अब मैनचेस्टर में जीत के लिए भारत को अपनी गेंदबाजी और रणनीति को मजबूत करना होगा। अंशुल कंबोज का शामिल होना टीम के लिए नई उम्मीद लेकर आया है, लेकिन उनकी अनुभवहीनता एक चुनौती होगी।
चयनकर्ताओं और कोच गौतम गंभीर की नजर अब इस युवा गेंदबाज पर होगी, जो इस बड़े मंच पर खुद को साबित करने का मौका तलाश रहा है। यह देखना रोमांचक होगा कि क्या कंबोज इस मौके को भुना पाते हैं और भारत को सीरीज में बराबरी दिलाने में मदद करते हैं।